क्या BRICS एक नई करेंसी लॉन्च कर रहे हैं?
① क्या BRICS जल्द कोई साझा करेंसी ला रहे हैं?
→ नहीं। फिलहाल कोई आधिकारिक योजना नहीं है कि BRICS देश एक साझा करेंसी (जैसे "BRICS मुद्रा") को निकट भविष्य में शुरू करें।
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रूस, ब्राज़ील और दक्षिण अफ्रीका ने साफ कहा है कि वे अभी इस स्तर तक नहीं पहुँचे हैं।
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भारत ने स्पष्ट किया है कि इस विषय पर बातचीत "शुरुआती चरण में" है और अभी यह प्राथमिकता नहीं है।
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जनवरी 2025 में क्रेमलिन (रूस) ने कहा: “BRICS साझा करेंसी की कोई योजना नहीं है।”
पुतिन (अक्टूबर 2024):
“हमें इसे सतर्कता से देखना चाहिए... अभी साझा BRICS करेंसी पर कोई गंभीर चर्चा नहीं हो रही है।”
② लोग BRICS करेंसी की बात क्यों कर रहे हैं?
क्योंकि BRICS देश:
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अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता कम करना चाहते हैं (De-dollarization)
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खासकर रूस जैसे देश जो प्रतिबंधों के जोखिम में हैं
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आपसी व्यापार को अपनी ही राष्ट्रीय मुद्राओं में करना चाहते हैं
इसलिए मीडिया और कुछ नेता "साझा करेंसी" का विचार लंबी अवधि के लक्ष्य के रूप में सामने रखते हैं।
लेकिन फिलहाल यह सिर्फ एक विचार है, वास्तविकता नहीं।
③ BRICS अभी वास्तव में क्या कर रहे हैं?
🟢 a) स्थानीय मुद्राओं में व्यापार को बढ़ावा देना
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भारत और रूस के बीच कई तेल सौदे रुपये या दिरहम में हो रहे हैं।
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चीन और ब्राजील के बीच व्यापार युआन और रियाल में हो रहा है।
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रूस और चीन युआन/रूबल का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल कर रहे हैं।
👉 लक्ष्य: डॉलर पर निर्भरता घटाना और प्रतिबंधों से सुरक्षा पाना।
🟢 b) मुद्रा विनिमय (Currency Swap) समझौते
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केंद्रीय बैंक आपसी जरूरतों पर एक-दूसरे की करेंसी एक्सचेंज करते हैं।
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चीन के कई BRICS देशों के साथ ऐसे समझौते हैं।
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BRICS का New Development Bank (NDB) इन समझौतों को समर्थन देता है।
🟢 c) भुगतान प्रणाली का निर्माण
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BRICS Pay:
यह एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म है जो BRICS देशों को आपसी भुगतान में स्थानीय करेंसी का उपयोग करने की सुविधा देगा।-
इसे भविष्य में ब्लॉकचेन तकनीक से भी जोड़ा जा सकता है।
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यह SWIFT का वैकल्पिक सिस्टम बनने की दिशा में एक कदम है।
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🟢 d) स्थानीय मुद्राओं में लोन देना (NDB द्वारा)
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NDB अब डॉलर के बजाय युआन, रैंड और रियाल जैसी स्थानीय मुद्राओं में ऋण दे रहा है।
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इससे डॉलर पर निर्भरता और विनिमय दर का जोखिम कम होता है।
④ साझा करेंसी बनाना इतना मुश्किल क्यों है?
एक साझा करेंसी के लिए चाहिए:
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एक जैसी मौद्रिक नीति (Monetary Policy)
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महंगाई और ब्याज दरों में समानता
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राजनीतिक विश्वास और साझी निर्णय प्रक्रिया
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सदस्य देशों की आर्थिक स्थिति में संतुलन
उदाहरण:
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चीन की GDP ~ $18 ट्रिलियन
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दक्षिण अफ्रीका की GDP ~ $400 बिलियन
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महंगाई दरें भी बहुत भिन्न हैं
इसलिए विशेषज्ञों का मानना है कि साझा करेंसी बहुत लंबी अवधि की योजना है।
⑤ क्या BRICS डॉलर की जगह ले पाएंगे?
→ अभी नहीं।
भले ही BRICS स्थानीय करेंसी में व्यापार बढ़ा रहे हैं, लेकिन:
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डॉलर आज भी दुनिया की प्रमुख आरक्षित मुद्रा है (2024 में ~58%)
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अंतरराष्ट्रीय व्यापार, तेल, और फाइनेंस मार्केट आज भी डॉलर में चलते हैं
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BRICS की करेंसियों में अभी वो स्थिरता और विश्वास नहीं है
लेकिन:
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डॉलर की सर्वोच्चता थोड़ी घट रही है
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स्थानीय करेंसी में व्यापार लगातार बढ़ रहा है
⑥ आगे BRICS क्या करने वाले हैं?
संभावित अगले कदम:
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BRICS Pay को पूरी तरह लागू करना
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राष्ट्रीय भुगतान प्रणालियों को आपस में जोड़ना
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द्विपक्षीय समझौतों को और मजबूत करना
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एक BRICS यूनिट ऑफ अकाउंट (जैसे करेंसी बास्केट) की शुरुआत करना
लेकिन:
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यूरो जैसी साझा मुद्रा? फिलहाल नहीं।
🔑 निष्कर्ष
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❌ 2025 में कोई BRICS साझा करेंसी नहीं आ रही है
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✅ BRICS देश स्थानीय करेंसी में व्यापार और डिजिटल भुगतान प्रणाली पर काम कर रहे हैं
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🕰 साझा करेंसी भविष्य का सपना है, वर्तमान नहीं
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💲 डॉलर की पकड़ कमजोर हो रही है, लेकिन अभी भी हावी है
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